जयपुर | श्री कृष्ण बलराम मंदिर, जगतपुरा में शुक्रवार को गौर पूर्णिमा महोत्सव को धूमधाम से मनाया गया | जैसा की विदित है कि गौर पूर्णिमा श्री चैतन्य महाप्रभु की जयन्ती के रूप मे फाल्गुन माह की पूर्णिमा को मनाई जाती है। कार्यक्रम का शुभारम्भ सुबह संकीर्तन के साथ हुआ , तत्पश्चात शाम 6:45 बजे भगवान के दिव्य स्वरुप का मधुर एवं दिव्य द्रव्यों से महाअभिषेक किया गया | कार्यक्रम का विशेष आकर्षण संकीर्तन टीम का रहा | गौर पूर्णिमा महोत्सव पर मंदिर में ठाकुर जी को बहुत ही अलौकिक रूप से सजाया गया एवं विशेष फ़ूलों की पोशाक पहनाई गई । इस अवसर पर ठाकुर जी को 108 भोग अर्पित किए गए एवं महाआरती की गई । कार्यक्रम के अंतिम चरण में पुष्प वृष्टि के साथ पालकी यात्रा का आयोजन हुआ, जिसका सीधा प्रसारण मंदिर के हरे कृष्ण जयपुर सोशल मीडिया चैनलों पर किया गया एवं मंदिर में आये हुए सभी दर्शनार्थीयों ने प्रसादी का आनंद लिया |
श्री कृष्ण बलराम मंदिर, जयपुर के अध्यक्ष अमितासन दास ने बताया की सतयुग में जब होलिका द्वारा प्रहलाद को जलाने के प्रयास किया गया तब भगवान श्री हरि ने भक्त प्रह्लाद की रक्षा के लिए नरसिंह रूप में आये थे | वही भगवान श्री कृष्ण इस कलयुग में हम सबकी रक्षा करने के लिए और हमारा उद्धार करने के लिए उनके नाम के रूप में अवतरित हुए हैं । जिसका प्रचार प्रसार श्री चैतन्य महाप्रभु ने आज से 500 वर्ष पहले शुरू किया था , अतः आप सभी से निवेदन है कि भगवान के पवित्र नाम हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे, हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे का प्रतिदिन कम से कम 108 बार जाप करें। आप सभी देश एवं प्रदेशवासियों को में गौर पूर्णिमा महोत्सव एवं होली के त्यौहार की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
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