यूएन ग्लोबल कॉम्पैक्ट में दुनिया भर की कंपनियों से आवाहन किया गया है कि वे उनके संचालन और नीतियों को वैश्विक स्तर पर स्वीकार किए गए 10 सिद्धांतों के अनुसार करें और सतत विकास लक्ष्यों में समाविष्ट किए गए यूएन लक्ष्यों और मुद्दों पर कृति करें। यह 10 सिद्धांत मानवाधिकार, श्रम, पर्यावरण और भ्रष्टाचार का विरोध इन विषयों से जुड़े हैं। 2000 में शुरू किया गया यूएन ग्लोबल कॉम्पैक्ट यह विश्व का सबसे बड़ा कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी अभियान है। इसमें 160 से ज़्यादा देशों की 9500 से ज़्यादा कंपनियों और 3000 गैर-व्यवसाय संगठन शामिल हैं।
यूपीएल के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर जय श्रॉफ ने बताया, “यूएनजीसी पहल के समर्थन की प्रतिबद्धता की घोषणा करते हुए यूपीएल को बहुत गर्व महसूस हो रहा है। हम मानते हैं कि सतत विकास लक्ष्यों को पूरा करने में सहभागिता की भूमिका महत्वपूर्ण है। संयुक्त राष्ट्रों के साथ सहयोग हमारे ओपनएजीTM उद्देश्यों के अनुसार है क्योंकि इसमें सभी के लिए सतत वृद्धि अवसर निर्माण करके समाज पर गहरा प्रभाव डालने का हमारा लक्ष्य है।”
डीजेएसआई और सस्टेनेलिटिक्स जैसे नामचीन संगठन यूपीएल को सस्टेनेबिलिटी लीडर मानते हैं और खाद्य मूल्य श्रृंखला के प्रति उनके अनोखे दृष्टिकोण में सस्टेनेबिलिटी को सबसे ज़्यादा अहमियत दी जाती है। इस पहल के बारे में अधिक जानकारी के लिए यूएन ग्लोबल कॉम्पैक्ट वेबसाइट पर यूपीएल प्रोफ़ाइल पेज कृपया पढ़ें। साथ ही कंपनी द्वारा सस्टेनेबिलिटी क्षेत्र में किए गए कार्यों की जानकारी सस्टेनेबिलिटी रिपोर्ट 2019-2020 में दी गयी है। 2030 तक के यूएन सतत विकास लक्ष्यों को पूरा करने के लिए यूपीएल की प्रतिबद्धता में की गयी भारी प्रगति इसमें देखी जा सकती है।
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